पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की दो बेटिओं की बिजनौर में हुई थी शादी



। २३ दिसम्बर १९०२ को जन्में देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह ने किसानों के हक की लड़ाई लड़कर किसानों के मसीहा के रूप में अपनी पहचान बनाई है। चौधरी चरण सिंह को जनपद बिजनौर से काफी लगाव रहा है। उन्होंनें चांदपुर में भी अनेक बार जनसभाओं को सम्बोधित कर क्षेत्रवासियों से रूबेरू हुए हैं। चौधरी साहब की दो लड़कियों की शादी जनपद में ही हुई है। चांदपुर विधान सभा क्षेत्र के गांव शादीपुर मिलक में पुत्री शारदा की इंजीनियर वासदेव सिंह के साथ जो वर्तमान में अमेरिका मे हैं तथा नजीबाबाद विधान सभा क्षेत्र के गांव हाजीपुर में एसपी सिंह के साथ शादी हुई है। जो पुलिस कमिश्रर हैं। चौधरी चरण सिंह ने हमेशा से ही किसानों की लड़ाई लड़ी है। बताते हैं कि चांदपुर शुगर मिल भी चौधरी चरण सिंह के प्रयासों की ही देन है। किसानों की लड़ाई लड़ते हुए चौधरी साहब ने अपने मुख्यमंत्री काल में मंडी समिति की स्थापना कराई। नलकूप की नाली के बराबर से निकली चकरोड पर पहले नलकूप कर्मचारियों को ही चलने का अधिकार था लेकिन चौधरी साहब ने किसानों को उस चकरोड पर चलने का अधिकार दिलाया। चौधरी साहब ने कभी जातपात का भेदभाव नहीं रखा। उनका रसोई भी एक दलित समास से था। चौधरी साहब की एक विशेष यह भी थी जब वे किसी प्रोग्राम में जाते थे तो पहले जहां का कार्यक्रम तय होता था वहीं जाते थे। समाजसेवी व पूर्व लोकदल के चांदपुर विधान सभा अध्यक्ष डा.सतेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि सन १९८४ में हुए विधान सभा चुनाव में चौधरी साहब ने लोकदल प्रत्याशी अमीरूद्दीन बादशाह की रामलीला मैदान में हुई चुनाव सभा को सम्बोधित करते हुए सभी समाज के लोगों से लोकदल के लिए मतदान करने का आव्हान किया था। उस समय चौधरीसाहब ने कांग्रेस से दूर रहने की बात की थी। उन्होंनें कहा था धनवान अच्छे नहीं होते लेकिन धनवानों से अभिप्राय चांदपुर के १०-२० लाख वाले धनवानों से नहीं है देश के बड़े धनवानों से है। 

राजीव अग्रवाल 

Comments

Popular posts from this blog

बिजनौर है जाहरवीर की ननसाल

बिजनौर के प्रथम मुस्लिम स्वतंत्राता सेनानी इरफान अलवी

नौलखा बाग' खो रहा है अपना मूलस्वरूप..